Saturday 8 May 2021

चिंतनीय

चिंतनीय बादल उम्र करीब 8 साल, पैर में टूटी हुई चप्पलें, फटा हुआ टी शर्ट लगभग उसी हालात में उसकी पेंट । मुंह में तंबाकू थी उसके । मैंने पूछा-“ स्कुल जाते हो?” उसने जवाब दिया-“हां जाता हूं। लेकिन स्कूल पिछले एक साल से बंद है।” तुम्हारे मम्मी पापा क्या करतें हैं? जवाब आया- ईट-भट्टे पर काम करतें हैं। तुमने ये तंबाकू खाना कहां से सीखी? उसने कहा-“ घर में बड़ी दीदी भैय्या से।” पिताजी आपको डांटते नहीं? उसने कहा-“ वो खुद दारू पीकर हमेशा रहता है तो उसे कहां फुर्सत।“ इतना सुनते ही मन में अजीब सा सवाल पैदा हुआ? आज ये आठ साल का बच्चा तम्बाकू जैसे नशीली पदार्थ का सेवन क्यों करने लगा? अगर इसे रोका नहीं गया तो जीवन में और किस किस प्रकार का नशा करने लगेगा? इसके जिम्मेदार कौन है? क्या उसके माता-पिता या उसका समाज? मैंने उसे समझाया अब कल से तुम नशा करना छोड़ देना। अगर नशा करोगे तो तुम्हारा शरीर खराब हो जाएगा। आज वह मिल गया बोला-“ भैया मैंने तंबाकू छोड़ दी है।” उसकी ये बात सुनकर अच्छा लगा। : सुरेश डुडवे

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