Monday 3 April 2017

अब आ गया समय

अब आ गया समय
नींद से जगने का
अपने आप को पहचानने का
अपने इतिहास को खँगालने का
अपनी संस्कृति भाषा व अस्मिता को बचाने का
अब आ गया समय
अब नहीं जागोगे तो कब
अब जागना होगा
उठो जागो लिखों-पढ़ो
शोषण के खिलाफ लड़ो
अन्याय के खिलाफ बोलो
अब आ गया समय ।





अब मैं भी  लिखूंगा

अब मैं भी लिखूंगा
अब तक मेरे गीत मौखिक थे
अब इन्हे लिखूंगा
मेरे समाज के
वीरों के संघर्ष का
इतिहास लिखूंगा
साहित्य लिखूंगा
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       सुरेश डूडवे
पीएच॰डी॰हिंदी
तमिलनाडू केंद्रीय विश्वविद्यालय
मो॰ 9766578166

ईमेल- dudwesuresh6@gmail.com